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यूरोपीय चीनी मिट्टी के बर्तन
संग्रहालय की चीनी मिट्टी के बर्तनों का संग्रह फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और इटली से आया है. फ्रांस की चीनी मिटटी का संग्रह और जर्मनी के ड्रेस्डेन चीनी मिट्टी के संग्रह को इस संग्रहालय में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. चीनी मिट्टी के बर्तनों को व्यापक रूप से दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है – कठोर चीनी मिट्टी और नरम चीनी मिट्टी.
सलारजंग संग्रहालय में पेंट किए गए परोसेजानेवाले चीनी मिटटी के बर्तनों का संग्रह भी है, जो कारीगरी की दृष्टि से बेजोड़ है और इन पर इनके कारखानों की मुहर लगी हुई हैं. परोसे जानेवाली चीनी मिट्टी के बर्तनों का आरंभ और विकास लुईस - XIV, लुईस – XV और लुईस – XVI के सरंक्षण में क्रमश: नैपोलियन, मैडम डी पोम्पाडोर, मैरी एंटोनेट द्वारा किया गया, जिन्होंने सुंदर पेंट किए गए चीनी मिट्टी के बर्तनों के प्रति अत्यंत रूचि दिखाई और इनमें से कई बर्तनों को यूरोप और एशिया के समकालीन सम्राटों को भेंट स्वरूप दिया.
संग्रहालय में काफी संख्या में परोसेजाने मूल बर्तन भी हैं, जो लुईस - XV, लुईस - XVI और नेपोलियन - 1 के काल के हैं. इन्हें वास्तव में परोसे भी गया, इसके प्रमाण में चिह्न हैं, जिसमें क्रास ‘एल’ और भीतर की ओर लगा चिह्न है. नेपोलियन काल के बर्तनों पर 'अति महत्वपूर्ण’ का चिह्न लगाया गया है. ‘ले डे सेवर्स’ बर्तन 1804 से 1808 ईं. काल के हैं. इस संग्रह में लुईस - XVI द्वारा रूस के कैथरीन – II को दिए गए दो परोसनेवाले बर्तन भी हैं.
संग्रहालय में परोसेजानेवाले बर्तनों के संग्रह के बाद अगला महत्वपूर्ण संग्रह ड्रेस्डेन चीनी मिट्टी के बर्तनों का है. इन चीनी मिट्टी के बर्तनों का निर्माण पौलेंड के राजा और सैक्सोनी के इलेक्टर ओगुस्टस – II द्वारा ड्रेस्डेन से लगभग 123 मील दूर एल्बे पर मीस्सेन में आरंभ किया था. 18वीं शताब्दी की पहली तिमाही के दौरान, चीनी मिट्टी का कठोर लेप 'काओलिन' जर्मनी में पाया गया, जिसके परिणामस्वरूप उदार शाही संरक्षण के अंतर्गत कठोर चीनी मिट्टी के बर्तन बनाने की प्रक्रिया खोजने में सफलता मिली.
सलारजंग संग्रहालय में अभूतपूर्व ड्रेस्डेन चीनी मिट्टी के बर्तनों की अच्छी संख्या है, जिनके नीचे उस कारखाने का चिह्न लगा है, जहां वे बनाए गए थे. संग्रहालय का अंग्रेजी चीनी मिट्टी का बर्तन संग्रह 19वीं शताब्दी के दौरान बनाए गए मिश्रित प्रकार का है. इस असाधारण संग्रह में कप, सॉसर, प्लेटें, मूर्तियां आदि हैं. इस संग्रह में वॉर्सेस्टर, चेल्सी, डर्बी, वेड्जवुड और मिल्टन जैसे कारखानों के उत्पाद शामिल है.
संग्रहालय में वेड्जवुड चीनी मिट्टी के बर्तन का संग्रह अपनी तरह का विशेष संग्रह है. जोशीहा वेड्जवुड ने 17वीं शताब्दी में बर्सलेम, स्टैफोर्डशायर में वेड्जवुड मिट्टी के बर्तनों को बनाना शुरू किया, जो अंततः दुनिया के सबसे प्रसिद्ध कुम्हार कला में से एक बन गया. सलारजंग संग्रहालय में वेड्जवुड कारखाने में बने पोर्टलैंड वास की प्रतियां होने पर गर्व है.